August 22, 2025

Uttarakhand (बड़ी खबर): एक साथ 20 दारोगा निलंबित, 2015 दारोगा भर्ती में घूस देकर हुए थे भर्ती, विभाग में हड़कंप।

उत्तराखंड Daroga Bharti:  2015 में हुई दारोगा भर्ती धांधली में 20 दारोगाओं पर गाज गिरी है। पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी जिला प्रभारियों को आदेश जारी कर 2015 में हुए 20 दरोगाओं को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए हैं।

उत्तराखंड पुलिस महकमे से आज की बड़ी खबर है कि 20 दारोगा एक साथ निलंबित किए गए हैं, अपर पुलिस महानिदेशक डॉ बी मुरुगेशन ने आदेश जारी किए हैं।साल 2015 में सब इंस्पेक्टर भर्ती को लेकर विजिलेंस जांच के बाद यह कार्यवाही हुई है। सूत्रों के मुताबिक जिन जिलों में यह सब इंस्पेक्टर तैनात हैं, वहां के पुलिस कप्तानों को निर्देश दिए गए हैं। इस खबर के बाद महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। गौरतलब है कि दारोगा भर्ती घोटाले को लेकर बीते महीनों में विजिलेंस जांच चल रही है, जिसके बाद यह कार्यवाही हुई है।

रुपये देकर भर्ती हुए थे 20 दारोगा

प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि 20 दारोगा रुपये देकर भर्ती हुए थे। बता दें कि वर्ष 2015 में 339 दारोगाओं की भर्ती हुई थी। यूकेएसएसएससी (UKSSSC) की भर्ती घपले की जांच के बाद गिरफ्तार किए गए नकल माफिया से जब एसटीएफ ने पूछताछ की तो उस दौरान सामने आया की दारोगा भर्ती में भी नकल हुई थी।

यहाँ देखें निलंबित 20 दरोगाओं की सूची 

मुख्यमंत्री हरीश रावत के कार्यकाल में हुई थी भर्ती

करीब आठ वर्ष पूर्व वर्ष 2015 में हुई यह भर्ती तत्कालीन कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री हरीश रावत के कार्यकाल में हुई थी। दारोगा के 339 पदों पर सीधी भर्ती की परीक्षा की जिम्मेदारी गोविंद बल्लभ पंत विश्वविद्यालय, पंतनगर को दी गई थी। उस दौरान भी भर्ती में घपले के आरोप लगे थे, लेकिन सरकार की ओर से जांच न कराने के कारण मामला दब गया।

गिरफ्तार हुआ था पंतनगर यूनिवर्सिटी का एक रिटायर्ड अधिकारी

यूकेएसएसएससी भर्ती परीक्षा की घपलेबाजी में पंतनगर यूनिवर्सिटी का एक रिटायर्ड अधिकारी भी गिरफ्तार हुआ था, जिसके तार नकल माफिया हाकम सिंह रावत के साथ जुड़े। जब गहनता से जांच की गई तो पता चला कि दोनों ने दारोगा भर्ती परीक्षा में भी गड़बड़ी करवाई गई थी।