हरिद्वार जिला:- हरिद्वार जिले के रुड़की स्थित भगवानपुर में हरिद्वार पुलिस ने नितिन भंडारी हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज चुकी है।
सिविल लाइंस कोतवाली में एसएसपी अजय सिंह ने सोमवार को भगवानपुर में हुए नितिन भंडारी हत्याकांड का प्रेस वार्ता में खुलासा किया। उन्होंने बताया कि नितिन भंडारी (35) निवासी चौडिक थाना पौड़ी चौकी पाबौ तहसील पौड़ी गढ़वाल का पिछले सप्ताह चांद कॉलोनी के एक कमरे से शव बरामद किया था।सिर पर चोट के निशान थे और हत्या के बाद शव को टंकी में छिपाया था। मकान मालिक ने वारदात की सूचना पुलिस तक पहुंचाई थी। पुलिस ने मकान में रहने वाले परिवार को ढूंढ निकाला।
दोस्त की मदद करना पडा भारी, ये थी वजह
पुलिस ने बताया कि नौशाद और नितिन दोस्त थे। नौशाद ने प्लॉट खरीदने के लिए नितिन से ढाई लाख की रकम उधार ली थी। इसी रकम को वापिस मांगने नितिन नौशाद के घर गया था। इसी दौरान नौशाद और उसके भाई आजाद के साथ नितिन की हाथापाई हो गई, जिसमें नौशाद ने नितिन के गले में गमछा डालकर गला घोंटने का प्रयास किया। साथ ही जमीन पर पटकर नितिन को मार दिया था। इस दौरान नौशाद की मां और छोटा नाबालिग भाई दूसरे कमरे में थे।
पुलिस से बचने के लिए लगाया य़ह दिमाग
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि हत्या के बाद सभी ने शव को ठिकाने लगाने के लिए बाजार से अनाज की टंकी खरीदी और उसमे शव को डालकर छिपा दिया था। नितिन की हत्या के बाद मां गुलशन बेगम, आजाद, नौशाद और नाबालिग छोटा भाई दो दिन तक नितिन के शव के साथ अपने घर मे ही रहे,ताकि कोई घर कोई आए तो किसी को हत्या कर शव छिपाने का शक न हो सके। परंतु अचानक मकान मालिक के आने से हत्यारा परिवार सकपका गया वह बाहर आए और कमरे का ताला लगा दिया। उन्होंने मकान मालिक को बताया कि वह कमरा शिफ्ट कर रहे हैं और कमरे में कुछ सामान अभी बचा हुआ है, फिर अनाज की टंकी वही छोडकर अपना बाकी सामान लेकर बुलंदशहर के लिए निकल गए। परंतु मकान-मालिक ने वारदात की सूचना पुलिस को दी और पुलिस ने मकान में रहने वाले परिवार को ढूंढ निकाला।
गिरफ्तार हुए अभियुक्त
मामले में पुलिस ने गुलशन बेगम पत्नी जफर, आजाद पुत्र जफर, नौशाद पुत्र जफर निवासी धमेडा अड्डा वार्ड न. 32 थाना कोतवाली नगर बुलन्दशहर और नाबालिग भाई को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों से बरामद सामान
पुलिस द्वारा आरोपियों के कब्जे से गैस सिलेंडर , फ्रीज, बुलेट, 1.10 लाख रुपये, फोन, पैन कार्ड, मृतक का पर्स, एटीएम कार्ड, पैन कार्ड और आधार कार्ड बरामद किया गया है।
एसएसपी ने की 25 हजार ईनाम की घोषणा
एसएसपी अजय सिंह ने नितिन भंडारी हत्याकांड़ के खुलासे में शामिल पुलिसकर्मियों को 25 हजार का ईनाम देने की घोषणा करते हुए पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की पीठ थपथपाकर शाबाशी दी है।
विवरण पुलिस टीम
इंस्पेक्टर भगवानपुर अमरजीत सिंह, थाना प्रभारी झबरेड़ा संजीव थपलियाल, उपनिरीक्षक लोकपाल परमार, जयवीर सिंह, कर्मवीर सिंह, शैलेन्द्र ममगांई, प्रवीण बिष्ट, दीपक चौधरी, महिला उपनिरीक्षक अंजना चौहान, मनसा ध्यानी, हेड कांस्टेबल गीतम सिंह, नूरआलम, हिमाशु चौधरी, सचिन कुमार, प्रमोद कुमार, उबैद उल्ला, संजय सिंह, हरदयाल, सीमा, अक्षय कुमार, अनिल चौहान, सीआईयू प्रभारी (हरिद्वार) नरेन्द्र सिंह बिष्ट, सीआईयू प्रभारी (रुड़की) जहांगीर अली, एसआई रणजीत तोमर, एएसआई अहसान, सुरेश रमोला, अशोक कुमार, कपिल देव, रविन्द्र खत्री, महिपाल तोमर, नितिन कुमार और वसीम शामिल रहे।
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