Uttarakhand: 2015-16 में हुए दारोगा भर्ती घोटाले में अभी और बम फूटने वाले हैं। अब कुमाऊं में तैनात दारोगाओं पर विजिलेंस जांच की सुई केंद्रित है। कम से कम 50 दारोगा विजिलेंस की जांच के दायरे में हैं। टॉपर दारोगाओं पर खास नजर है। दारोगाओं की भर्ती तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत के समय हुई थी। उत्तराखंड में 2015 बैच के 20 दारोगा निलंबित हो चुके हैं। अभी भी ऐसे कई दारोगा है जो जांच के दायरे में हैं। खास तौर पर दरोगा भर्ती 2015 के टॉपर जांच एजेंसी के रडार पर हैं। माना जा रहा है कि 50 से ज्यादा दारोगाओं को जांच के दायरे से गुजरना होगा। इसमें कुमाऊं में तैनात दरोगाओं की संख्या सबसे ज्यादा है।
50 से ज्यादा दारोगा जांच के दायरे में
उत्तराखंड में 2015 बैच के 20 दारोगा भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर संदिग्ध पाए गए थे। फौरन पुलिस महानिदेशालय स्तर पर ऐसे दारोगाओं को निलंबित करने के आदेश दे दिए गए। जांच के दायरे में केवल यह 20 दारोगा ही नहीं हैं, खबर है कि 50 से ज्यादा पुलिस विभाग के दारोगा भर्ती परीक्षा के दौरान गड़बड़ी करने को लेकर जांच के दायरे में हैं। खास बात यह है कि दारोगा भर्ती 2015 की विजिलेंस जांच शुरू होते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
2015 में हुई थी दारोगा भर्ती परीक्षा
सूत्र बताते हैं कि विजिलेंस के निशाने पर ऐसे कई दरोगा हैं, जिनकी परीक्षा के दौरान भूमिका संदिग्ध हो सकती है। वैसे आपको बता दें कि साल 2015 में राज्य में 339 दरोगा भर्ती हुए थे। स्नातक स्तरीय परीक्षा की एसटीएफ जांच के दौरान दारोगा भर्ती में भी गड़बड़ी होने की बात प्रकाश में आई थी। जिसके बाद एसटीएफ ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार को इस संदर्भ में सूचित किया था। इसके बाद शासन स्तर से दारोगा भर्ती घोटाले की जांच को लेकर विजिलेंस को जिम्मेदारी दी गई थी।
20 दारोगा हो चुके हैं निलंबित
इस मामले में अब विजिलेंस ने जांच शुरू कर दी है। इसी के तहत 20 दारोगा निलंबित भी हो चुके हैं। उधर खबर है कि विजिलेंस अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए परीक्षा से जुड़े तमाम पहलुओं पर जांच कर रही है। खबर है कि इसी कड़ी में 50 से ज्यादा दारोगा ऐसे हैं जो विजिलेंस के रडार पर हैं। इसमें विजिलेंस की सबसे ज्यादा नजर उन दारोगाओं पर है जिन्होंने दारोगा भर्ती परीक्षा में टॉप किया था।
कुमाऊं में तैनात दारोगाओं पर खास नजर
खबर है कि कुमाऊं में तैनात दारोगा विजिलेंस की जांच के दायरे में आ चुके हैं। बताया जा रहा है कि 120 दरोगा 2015 की भर्ती के दौरान ऐसे हैं जो कुमाऊं में तैनात हैं। इसमें उधम सिंह नगर में 46 तो 38 नैनीताल जिले में तैनात हैं। इसी तरह पिथौरागढ़, अल्मोड़ा समेत दूसरे जिलों में भी ऐसे दरोगाओं की मौजूदगी है, जो जांच के दायरे में हैं।
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