June 9, 2025

UP बड़ा सवाल: ना टेबल-कुर्सी, ना छात्र, ना पते पर यूनिवर्सिटी? योगी सरकार ने कर लिया 35 हजार करोड़ का करार!

उत्तर प्रदेश सरकार (Yogi Govt) का नॉलेज स्मार्ट सिटी (Knowledge Smart City) प्रोजेक्ट अपनी घोषणा के साथ ही विवादों के घेरे में आ गया है। सरकार ने बीते 18 दिसंबर को कहा था कि उन्होंने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को की ऑस्टिन यूनिवर्सिटी (Austin University) के साथ एक MOU साइन किया है, जिसके तहत नॉलेज स्मार्ट सिटी बनाई जाएगी। इसका निर्माण वही यूनिवर्सिटी करेगी, जिसकी लागत करीब 35 हजार करोड़ रुपये बताई गई थी।

विदेशी निवेश के रूप में हुआ प्रचार-प्रसार 

योगी सरकार द्वारा इस MOU का प्रचार-प्रसार बड़े ही जोर-शोर से विदेशी निवेश के रूप मे किया गया। कहा गया कि ऑस्टिन यूनिवर्सिटी यूपी में 5 हजार एकड़ में नॉलेज सिटी बनाएगी। इसकी लागत करीब 35 हजार करोड़ रुपए होगी।

ऑस्टिन यूनिवर्सिटी का लाइसेन्स हो चुका है कैंसिल

यूपी सरकार के बड़े दावों के साथ यह समझौता किया गया, लेकिन उसके कुछ ही वक्त के बाद जो सच्चाई सामने आई, उससे सरकार की काफी काफी किरकिरी हो रही है। कहा जा रहा है कि यूनिवर्सिटी सिर्फ एक ही छत के नीचे चलती है और इसमें मात्र 25 फैकल्टी ही हैं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 2011 में ऑस्टिन यूनिवर्सिटी को सैन फ्रांसिस्को में ऑपरेट करने की इजाजत मिली थी। इस संस्था को ‘गैर-मान्यता प्राप्त निजी माध्यमिक शिक्षा संस्थान’ के रूप में काम करना था। हालांकि, कैलिफोर्निया उपभोक्ता मामलों के विभाग ने बीते 8 दिसंबर को एक आदेश जारी कर इस यूनिवर्सिटी का लाइसेंस रद्द कर दिया और इस पर 9,965 अमेरिकी डॉलर (करीब 8.23 लाख रुपये) का जुर्माना लगा दिया।

इतना ही नहीं, ये यूनिवर्सिटी MBA कोर्स चलाने का दावा करती है, लेकिन यहां एक भी रजिस्टर्ड छात्र नहीं है। अमेरिकी सरकार के नियमों के तहत विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड किए गए 2016 से 2020 के बीच के परफॉरमेंस फैक्ट शीट से ये जानकारी मिली है।

इस यूनिवर्सिटी पर आरोप था कि इसने 2019 और 2020 में ‘वार्षिक फीस’ का भुगतान नहीं किया था।जब कैलिफोर्निया के शिक्षा ब्यूरो ने इसका दौरा किया तो ये यूनिवर्सिटी अपने पते पर थी ही नहीं। ब्यूरो ने यह भी कहा कि जब उन्होंने संस्थान का निरीक्षण किया तो क्लास में कोई छात्र नहीं था, सामने का गेट बंद था, अंदर में कोई फर्नीचर नहीं था और पूरे संस्थान की लाइट बंद थी।

योगी सरकार ने लिया यू-टर्न 

करार को लेकर योगी सरकार ने जब खुद को सवालों के घेरे में घिरता देख, नई जानकारी प्रस्तुत करी जिसके मुताबिक योगी सरकार ने “ऑस्टिन यूनिवर्सिटी के साथ नहीं, अपितु एक “ऑस्टिन कन्सल्टिंग ग्रुप” नाम के संगठन के साथ MOU साइन हुआ है।

दोनों संस्थान का संस्थापक है एक ही व्यक्ती 

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, ‘सैन फ्रांसिस्को की ऑस्टिन यूनिवर्सिटी’और ‘ऑस्टिन कन्सल्टिंग ग्रुप’के पीछे एक ही व्यक्ति है। उसका नाम है अशरफ अल मुस्तफा और उसने खुद को मिस्र के शाही वंश का अमेरिकी नागरिक बताया है।

जब इस मामले को लेकर मुस्तफा से सवाल किया गया, तो उसने कहा, कि

  • ‘मैंने हाल ही में ऑस्टिन कन्सल्टिंग ग्रुप बनाया है, जिसका मकसद लाभ अर्जित करना है। विशेष तौर पर यह यूपी और मिस्त्र में प्रोजेक्ट के लिए है। मैं ऑस्टिन यूनिवर्सिटी का संस्थापक अध्यक्ष भी था, लेकिन इसका एमओयू से कोई लेना-देना नहीं है।’

इन खुलासों के बाद यूपी सरकार का ये समझौता सवालों के घेरे में है। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक यूपी सरकार द्वारा करार की तस्वीरें भी शेयर की गई हैं। इन तस्वीरों में हस्ताक्षर करने के समय मुस्तफा के साथ यूपी के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह मौजूद थे। अब सवाल उठ रहे हैं कि जब इस यूनिवर्सिटी में न स्टूडेंट्स हैं और न इसका ऑफिस तो यह यूपी में इतना बड़ा इंवेस्ट कैसे कर सकती है?