December 1, 2025

Khatu Shyam Mandir: जल्द ही भक्त कर सकेंगे दर्शन, जानिए कब और कैसे?

Khatu Shyam Mandir: राजस्थान के सीकर में प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर (Khatu Shyam Mandir) के दो माह से बंद चल रहे कपाट, जल्द ही खुलने वाले है। उनके दर्शन अभिलाषी भक्तों के ​लिए यह बड़ी खबर है।

मंदिर विस्तार के लिए बंद हुए थे कपाट 

खाटू श्याम मंदिर में हर दिन लाखों की संख्या में भक्त पहुंचते है। इसी को देखते हुए मंदिर के विस्तार के लिए 13 नवंबर 2022 से मंदिर के कपाट बंद कर काम शुरू किया गया था, जो अब पूरा हो चुका है।

15 जनवरी से खुल सकते है कपाट 

दरअसल, सीकर के जिलाधिकारी अमित यादव ने हाल ही में मंदिर के विस्तार से लेकर सभी तैयारियों के लिए एक समीक्षा बैठक की थी। इस बैठक में उन्होंने मंदिर कमेटी को 15 जनवरी तक सभी कार्यो को पूर्ण करने के आदेश दिए हैं। 15 जनवरी को मंदिर खुलने से पहले एक बार फिर डीएम मंदिर की तैयारियों का खुद जायजा लेंगे, प्रशासन की मोहर लगने के बाद खाटू श्याम मंदिर के कपाट खोले जाएंगे।

हर दिन एक लाख भक्त आराम से कर सकेंगे दर्शन

खाटू श्याम जी मंदिर में विस्तार के बाद यहां हर दिन एक लाख भक्तों के आराम से दर्शन करने की व्यवस्था कर दी गई है। अब भक्तों की 16 लाइनें लगेंगी। इन्हीं लाइनों में लगकर भक्त आराम से बाबा के दर्शन कर सकेंगे। वहीं सीकर के कलेक्टर ने कहा कि हमारा लक्ष्य मंदिर में हर दिन 10 लाख से भी ज्यादा भक्तों के दर्शन की व्यवस्था करना है। साथ ही आराम से दर्शन की करने की व्यवस्था की गई है।

अब हर दर्शन के लिए मिलेगा ज्यादा समय

खाटू श्याम जी के भक्तों को मंदिर में बाबा के दर्शन करने के लिए पहले से भी ज्यादा समय मिलेगा, अब भक्त 4 मिनट तक बाबा के सामने सिर झुकाकर अपनी मनोकामना मांग सकते है। हालांकि इससे पहले भक्तों को बाबा की एक झलक ही देखने को मिलती थी। अब बिना धक्का मुक्की आराम से दर्शन कर सकेंगे।

दो महीने में मंदिर में इन चीजों का किया गया विस्तार

खाटू श्याम जी के मंदिर को बंद कर​ पिछले दो माह में कई बदलाव किए गए हैं। इनमें श्रद्धालुओं के आराम से दर्शन करने के लिए ग्राउंड को 75 फीट बढ़ा दिया गया है। पूरे हिस्से को शेड से कवर कर दिया गया है। लखदातार मैदान में एंट्री गेट से लेकर परिसर और एग्जिट गेट को सीसीटीवी कैमरों से लेस कर दिया गया है। यहां लाइनों को जिगजैग भी किया गया है। मंदिर से दर्शन कर लौटते समय भीड़ और धक्का मुक्की को देखते हुए दरबार पर बड़े गेट लगाए गए हैं। साथ यहां सर्किट योजना में बने रेस्ट रूम के टॉयलेट और आवास को भी दुरुस्त कर दिया गया है। वहीं इससे पहले 1 जनवरी से मंदिर खोलने की घोषणा की गई थी, लेकिन कुछ तैयारियों के पूरी न होने की वजह से इस तारीख पर मंदिर खोलने का फैसला टाल दिया गया था।