August 22, 2025

Indian Railways: सावधान 3 करोड़ यात्रियों का व्यक्तिगत डाटा चोरी! हैकर्स ने की रेलवे की डाटा सुरक्षा में बड़ी सेंधमारी!

Indian Railways Data Breach: भारतीय रेलवे से एक बहुत ही बड़ी और चिंतनीय खबर सामने आ रही है। हैकर्स ने भारतीय रेलवे में टिकट बुक कराने वाले यात्रियों की निजी जानकारी चुरा ली है, जिसमे उनकी ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर, उम्र, पता और जेंडर सरिकी कई अहम जानकारियां शामिल है और अब इसको डार्क वेब पर बेचा जा रहा है।

3 करोड़ लोगों की जानकारियां लीक

‘मनी कंट्रोल’ वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे यात्रियों का डेटा चुराने (Indian Railways Data Breach) की यह घटना 27 दिसंबर को हुई। रिपोर्ट के मुताबिक एक हैकर फोरम ने इस वारदात को अंजाम दिया है। उस हैकर फोरम की असली पहचान तो उजागर नहीं हुई है लेकिन उसे ‘Shadowhacker’ के नाम से जाना जा रहा है। अब वह हैकर फोरम 3 करोड़ यात्रियों के इस डेटा को डार्कवेब पर बेच रहा है।

हैकर ग्रुप का कहना है कि उसके पास रेलवे में टिकट बुक करवाने वाले 3 करोड़ लोगों को ईमेल, मोबाइल नंबर समेत कई बेहद निजी जानकारियां आ गई हैं। यही नहीं, हैकर का दावा है कि उसने कई सरकारी विभागों के ऑफिशियल ईमेल अकाउंट भी चुरा (Indian Railways Data Breach) लिए हैं।इन सरकारी ईमेल अकाउंट्स को भी बेचने के लिए डार्कवेब पर डाला गया है।

रेलवे वेबसाइट में भी हुई छेड़छाड़?

रिपोर्ट के अनुसार साइबर हैकर ने केवल यात्रियों के डेटा ही नहीं चुराए(Indian Railways Data Breach) हैं बल्कि रेलवे की वेबसाइट में भी छेड़छाड़ का भी दावा किया है। अब वह छेड़छाड़ IRCTC के बुकिंग पोर्टल के साथ हुई है या फिर भारतीय रेलवे की वेबसाइट से, इसकी अभी तक कोई पुष्टि नहीं हो पाई है।

सूत्रों के मुताबिक साइबर हैकर ने इस काम को कैसे अंजाम दिया और रेलवे के सर्वर में सेंध लगाकर इसे कैसे एक्सेस किया गया? इस बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है। रेलवे ने भी डेटा ब्रीच की इस बड़ी घटना पर चुप्पी साध रखी है और अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है।

इससे पहले भी हो चुकी घटना

यह कोई पहली बार नहीं है, जब साइबर हैकर्स ने इस तरह रेलवे के डेटा में सेंध (Indian Railways Data Breach) लगाई हो।इससे पहले वर्ष 2020 में भी हैकर्स ने ऐसी ही घटना को अंजाम देते हुए 90 यात्रियों का पर्सनल डेटा चोरी कर लिया था। इसमें उनके नाम, पते, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी जैसी जरूरी जानकारियां शामिल थी।अब उसके 2 साल बाद 3 करोड़ यात्रियों के डेटा पर हैकर्स ने हाथ साफ कर दिया है।