December 1, 2025

Don Babloo Srivastava: इस नाम से डरता है पाकिस्तान, पाक मंत्री ने खुद बताया अपना दर्द, जानिए क्यूँ?

पाकिस्तान खुद को किसी सुपर पावर से कम नहीं समझता, जबतब उसके नेता, मंत्री अपनी हैसियत से बाहर जा कर हिन्दुस्तान को गीदड़ धमकी देते रहते है। वो बात अलग है कि हिन्दुस्तान (HINDUSTAN) के लिए पाकिस्तान (PAKISTAN) के ऐसे बयान सिर्फ और सिर्फ कॉमेडी के तौर पर होते है। बड़ी-बड़ी बातें करने वाले मिट्टी के शेर पाकिस्तान की आजकल रातों की नींद, दिन का चैन सब उड़ा हुआ है और उसकी वजह है, उत्तर प्रदेश (UTTER PRADESH) की जैल में बंद एक माफिया डॉन।

दरअसल अपने न्यूक्लियर बम की वजह से समय-समय पर भारत को आंख दिखाने वाले पाकिस्तान के होश इन दिनों उत्तर प्रदेश के एक माफिया डॉन से उड़ा दिए हैं, स्थिति यह है कि पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने खुद यूपी की जेल में बंद उस माफिया डॉन का नाम लिया है। सनाउल्लाह का कहना है कि यह माफिया डॉन भारत की खुफिया एजेंसी रॉ का एजेंट है और इसी ने लश्कर-ए-तैयबा सरगना हाफिज सईद के लाहौर स्थित घर के बाहर 23 जून, 2021 को विस्फोट कराया था। इस विस्फोट में तीन लोगों की मौत हुई थी, जबकि एक पुलिस कॉन्स्टेबल सहित 24 अन्य लोग घायल हुए थे।सनाउल्लाह जिस माफिया का नाम ले रहे हैं वह कोई और नहीं, बल्कि यूपी की बरेली जेल में बंद डॉन बबलू श्रीवास्तव है।

फिल्मी है बबलू श्रीवास्तव की कहानी 

अब बात करते हैं उस बबलू श्रीवास्तव की जिसने पाकिस्तान की नींद उड़ा दी है। बबलू श्रीवास्तव किडनैपिंग किंग के नाम से भी जाना जाता है। उसका असली नाम ओम प्रकाश श्रीवास्तव है, मूल रूप से यूपी के गाजीपुर जिले के रहने वाले बबलू के पिता विश्वनाथ प्रसाद श्रीवास्तव एक कॉलेज प्रिंसिपल थे। बड़े भाई सेना में अधिकारी पद पर कार्यरत हैं। फिलहाल बबलू श्रीवास्तव एक अधिकारी की हत्या में उम्रकैद की सजा काट रहा है। वह जून 1999 से ही सेंट्रल जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद है। जुर्म की दुनिया में उसने कॉलेज लाइफ से ही एंट्री मारी थी। दरअसल, वह 1982 में लखनऊ विश्वविद्यालय से लॉ कर रहा था, उस साल यूनविर्सिटी में स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन थे। चुनाव में बबलू के दोस्त नीरज जैन महामंत्री पद के प्रत्याशी थे, उनके चुनाव प्रचार के दौरान छात्रों के दो गुटों में झगड़ा हुआ, जिसमें एक गुट ने दूसरे गुट के एक छात्र को चाकू मार दिया था, घायल छात्र लखनऊ के माफिया अरुण शंकर शुक्ल उर्फ अन्ना का करीबी था। इसके बाद अन्ना ने बबलू श्रीवास्तव को मुख्य आरोपी बनवाकर जेल भिजवा दिया था। यहीं से बबलू क्राइम की दुनिया में घुस गया। कुछ दिनों बाद, वह जब जमानत पर बाहर आया तो लगातार क्राइम करने लगा।