देहरादून: ऐसी खबरें जब हम सभी के सामने आती है तो एकाएक ही हम सभी के दिमाग मे एक सवाल आता है कि ये हमारा समाज जा किधर रहा है और जुबान पर एक ही बात आती है कि “घोर कलयुग है भाई” ।
दरअसल, मामला देहरादून के पटेल नगर थाना क्षेत्र के केशव विहार कॉलोनी का है। जहाँ एक 73 वर्षीय बुजुर्ग को उनके ही घर से उनकी बहू ने धक्के दे कर सड़को पर रहने के लिए निकाल दिया।
धोखाधड़ी कर हड़पी अपने ससुर की जीवनभर की कमाई
आरोप है कि रमेश चंद्र जैन ने अपने जीवनभर की कमाई से केशव विहार और झंडा बाजार में 2 मकान खरीदे थे, जिसमे उनके अलावा किसी और का कोई अधिकार नही था, परंतु उनके पुत्र नीरज जैन की मृत्यु के बाद उनकी बहू ने उनके खराब स्वास्थ्य और उनकी बढ़ती उम्र का नाजायज फायदा उढ़ाते हुए धोखे से उनके यह दोनों मकान अपने नाम करा लिये। जब रमेश चंद्र जी को इसका पता चला तो उन्होंने बहु को समझाते हुए कहा कि वह यह गलत कर रही है, यह उनकी सम्पति है और उन्ही का अधिकार है कि वह अपनी संपत्ति किसी को भी दे, अतः तुम अपनी गलती का सुधार कर लो, परंतु बहुत समझाने पर भी बहु नही मानी और ससुर को घर से निकल जाने के लिए कहा और उनको घर से निकालने की कोशिश करने लगी।
ससुर ने ली न्यायालय की शरण
रमेश जैन और अन्य लोगो के बहुत समझाने के बाद भी जब आरोपी महिला नही मानी तो रमेश चंद्र जैन ने कोर्ट की शरण ली और अपनी बहू के खिलाफ केस दर्ज कर दिया। जिसमें माननीय न्यायालय ने केस की सुनवाई होने तक यथास्थिति रहने का आदेश दिया।
न्यायालय के स्टे आदेश के बाद बहु ने बुजुर्ग को निकाला घर से
जब रमेश जैन कोर्ट से स्टे आर्डर ले आये तो बहु ने पुत्र और पुत्री के साथ मिलकर अपने ससुर के साथ मार पिटाई, गाली गलौच करते हुए ससुर को घर से धक्के दे कर सड़को पर धक्के खाने के लिए निकाल दिया। मौके पर पहुँची पुलिस और पड़ोसियों के बहुत समझाने पर भी बहु ने ससुर को घर मे रखने से मना कर दिया और सबको झूठे मुकदमों में फ़साने की धमकी देते हुए घर मे ताला मार कर वँहा से चली गयी।
पूर्व में भी निकाल चुकी है बुजुर्ग को घर से
आरोपी महिला मेनका जैन सन 2010 में भी अपने ससुर को घर निकाल चुकी है।
आरोप है कि महिला ने एक बार फिर अपने पिता राज किशोर रस्तोगी, पुत्र कृष्णा जैन तथा पुत्री फ्रूटी जैन के साथ मिलकर बुजुर्ग को घर से निकाल दिया है। सभी के खिलाफ मामला कोर्ट में चल रहा है।
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